कोरबा।।
साल दर साल बिजली की खपत में इजाफा होता जा रहा है। गत वर्ष और इस वर्ष की तुलना में इस बार बिजली की खपत में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसमें 15 फ़ीसदी की बढ़ोत्तरी आई है।अक्टूबर 2022 की तुलना में इस वर्ष अक्टूबर में बिजली की खपत अधिक हुई है। पिछले वर्ष प्रदेश में बिजली की एक खपत एक महीने में 2966 मिलियन यूनिट हुई थी। बीते महीने कुल 3423 मिलियन यूनिट बिजली की खपत प्रदेश में हुई है। गौरतलब है कि इस वर्ष एक भी महीना ऐसा नहीं गुजरा है जब बीते साल की तुलना में बिजली की खपत कम या सामान डिमांड हो। हर महीने से 13 से 16 फीसदी अधिक डिमांड आ रही है। गर्मी में पीक अवधि में तो डिमांड उच्चतम स्तर पर तो रहती है, इस बार अक्टूबर से नंवबर में भी औसत खपत से अधिक डिमांड बनी हुई है।गौरतलब है कि प्रदेश में प्रतिदिन औसत 110 मिलियन यूनिट बिजली की खपत होती है। कभी इसमें इजाफा भी होता है तो कभी कमी भी आती है। पिछले साल की तुलना में इस वर्ष अक्टूबर में 458 मिलियन यूनिट बिजली की खपत अधिक दर्ज की गई है। जो कि 15 फीसदी अधिक है।
कुल 3423 मिलियन यूनिट की तुलना में प्रदेश में आपूर्ति 3414 मिलियन यूनिट बिजली ही हो सकी है। 10 मिलियन यूनिट बिजली का शार्टेज था। सेंट्रल सेक्टर के उपक्रमों से कुल 1583.19 मिलियन यूनिट ड्राल कर ली गई थी। शेष बिजली उत्पादन कंपनी के संयंत्रों से बिजली की आपूर्ति हुई।पीक अवधि में भी बिजली की डिमांड बीते महीने अधिक रही। पिछले साल अक्टूबर में अधिक डिमांड 4648 मेगावाट रही थी, जबकि इस बार यह बढ़कर 5325 मेगावाट तक जा पहुंची थी। करीब सात सौ मेगावाट अधिक डिमांड इस बार देखने को मिली। सीईए ने पहले ही आगामी अप्रेल से हर महीने डिमांड 55 सौ मेगावाट से अधिक रहने की संभावना जताई है।