कलयुग के कुबेर बने ये अधिकारी,, ईडी के छापे में मिली 10 करोड़ की राशि,, क्या जेपी मौर्या बनेंगे सरकार गवाह,,रानू साहू,सूर्यकांत तिवारी अब भी फरार

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रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़ सहित कई शहरों में मंगलवार तड़के से चल रही ईडी की कार्रवाई के बीच अफसरों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने प्रदेश के दो वरिष्ठ आईएएस अफसर को जेपी मौर्य और समीर विश्नोई को पूछताछ के लिए कैंप ऑफिस लेकर पहुंच गई है। समीर विश्नोई की पत्नी को भी लाया गया है। इस बीच ईडी डायरेक्टर संजय मिश्रा भी रायपुर पहुंच गए हैं। संभवत: देर रात तक बड़ी कार्रवाई हो सकती है।



सौम्या चौरसिया से पूछताछ पूरी, नोटिस की तैयारी 



प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने रायपुर के सयाजी होटल में अपना कैंप ऑफिस बना रखा है। प्रदेश के अलग-अलग जिलों में चल रही कार्रवाई के बीच माइनिंग डायरेक्टर जेपी मौर्य को कैंप ऑफिस ले जाया गया। इसके बाद चिप्स (छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसायटी) के सीईओ समीर विश्नोई और उनकी पत्नी को भी पूछताछ के लिए बुला लिया गया। यह भी बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओएसडी सौम्या चौरसिया से पूछताछ पूरी हो गई है। अब उन्हें नोटिस जारी किया जाएगा।

आईएएस के घर से 10 करोड़ कैश हुआ था बरामद 



ईडी ने मंगलवार को एक आईएएस अफसर के घर से 10 करोड़ कैश, सोना और करोड़ों की ज्वैलरी बरामद की थी। हालांकि अफसर का नाम सामने नहीं लाया गया। इसके बाद शाम तक दिल्ली से ईडी के अन्य अफसर भी रायपुर पहुंच गए थे। बताया जा रहा है कि CRPF के करीब 200 जवान और छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं। ईडी के टारगेट में कोयला और रेत का कारोबार करने वाले लोग ज्यादा हैं। माना जा रहा है कि शराब के कुछ और कारोबारी भी निशाने में आ सकते हैं।



रायगढ़ कलेक्टर के बंगले के कुछ कमरे सील 



ईडी की टीम मंगलवार तड़के करीब 5 बजे रायगढ़ कलेक्टर रानू के साहू के आवास पर भी पहुंची थी। बताया जा रहा है कि रानू साहू दिल्ली में है। इसके चलते ईडी ने उनके आवास के कुछ कमरों को सील कर दिया है और दो लोगों की तैनाती की है। इनके अलावा महासमुंद में अग्नि चंद्राकर, सूर्यकांत तिवारी, माइनिंग हेड आईएएस जेपी मौर्य के रायपुर स्थित आवास पर, रायगढ़ के गांजा चौक निवासी नवनीत तिवारी, प्रिंस भाटिया, सीए सुनील अग्रवाल के ठिकानों पर ईडी की कार्यवाही जारी है।



तीन आइएएस सहित 12 कारोबारियों पर ईडी के छापे, दस करोड़ रुपये नकद मिले



रायपुर दुर्ग महासमुंद रायगढ़ कोरबा व बिलासपुर में ईडी की टीम ने एक साथ कार्रवाई की। महासमुंद में ईडी ने एक कार से छह करोड़ रुपये बरामद किया। रायगढ़ में कलेक्टर रानू साहू के घर को सील कर दिया गया। उनके स्टाफ की छुट्टी कर दी गई। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने छत्तीसगढ़ के तीन आइएएस सहित 12 कारोबारियों के ठिकानों पर मंगलवार को छापेमारी की कार्रवाई शुरू की थी, जो बुधवार को भी जारी है। अब तक अफसरों और कारोबारियों के ठिकानों से करीब दस करोड़ रुपये नकद बरामद हो चुके हैं। ईडी के दिल्ली, मुंबई और कोलकाता से आए पांच डिप्टी डायरेक्टर और एक दर्जन से ज्यादा असिस्टेंट डायरेक्टरों की मौजूदगी में जांच चल रही है। बताया जा रहा है कि दो आइएएस अधिकारियों ने हाल ही में धमतरी के कुद में जमीन में निवेश किया है। यह जमीन रायपुर से विशाखापट्टनम भारत माला प्रोजेक्ट के रास्ते में खरीदी गई है। जांच में ईडी की टीम को जमीन दस्तावेज भी मिले हैं। उच्च प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, खनिज विभाग के अधिकारी सोमवार को प्रदेश के कोल ब्लाक की नीलामी को लेकर केंद्रीय अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उसी समय ईडी की टीम उनके घर का पता तलाश रही थी। बाहरी प्रदेश से पहुंचे ईडी अधिकारियों ने सोमवार देर रात तक सभी ठिकानों की खोज पूरी कर ली थी और मंगलवार सुबह छह बजे एक साथ सभी स्थान पर धावा बोला।



समीर विश्नोई पत्नी समेत ईडी के कब्जे में, सूर्यकांत तिवारी और कलेक्टर रानू साहू अभी भी गायब जेपी मौर्य के सरकारी गवाह बनने की खबर, कोयले की कालिख से प्रदेश शर्मसार 




छत्तीसगढ़ में आईटी-ईडी रेड को लेकर सरगर्मिया तेज है। ईडी की जद में आए कई अफसर और कारोबारी सिर पर पैर रखकर भागते नजर आ रहे है। जबकि जिमके ठिकानो पर छापेमारी हुई है, वहां से एक बार फिर भारी मात्रा में दस्तावेज और नगदी मिलने की जानकारी आ रही है। ताजा खबर के मुताबिक कुछ आईएएस अफसर गिरफ़्तारी से बचने और नौकरी पर मंडराते खतरे को देखते हुए, सरकारी गवाह बनने के लिए तैयार हो गए है। सूत्रों के मुताबिक इसमें पहला नाम माइनिंग विभाग के डायरेक्टर जेपी मौर्य का है। सूत्रों का दावा है कि प्रारम्भिक पूछताछ में ही जेपी मौर्य ने परदे के पीछे की कहानी बयां कर ईडी के समक्ष अपने बयान दर्ज कराए है। जानकारी के मुताबिक वर्ष 2005 बैच के आईपीएस अधिकारी अभिषेक गोयल के नेतृत्व में ईडी की टीम पूछताछ में जुटी है। अभिषेक गोयल बेंगलुरु से कल ही सीधे रायपुर पहुंचे थे। सूत्रों का दावा है कि धमतरी के RG, छत्तीसगढ़ माइनिंग कार्पोरेशन के कर्ता-धर्ता, सूर्यकांत तिवारी और रानू साहू की सिफारिश पर कोयले की दलाली और अफरा-तफरी को लेकर जेपी मौर्य ने ईडी के सामने मुँह खोल दिया है। उसने संवैधानिक पदों पर बैठे ऐसे “शख्स” का नाम लिया है, जिसके निर्देश पर लाखो टन कोयले की दलाली की गई। इसे औने पौने कीमत में खरीद कर ऊँचे दाम में खुले बाजार में बेच दिया गया। इस संबंध में उसने डिजिटल साक्ष्य भी जांच अधिकारियो को सौंपे है। सूत्रों के मुताबिक छत्तीसगढ़ में माइनिंग के कई खिलाडी आईटी-ईडी की राडार में है। बताया जा रहा है कि इससे जुड़े मामलो में कई और ईडी के हथ्थे चढ़ सकते है। सूत्रों के मुताबिक जेपी मौर्य के ठिकाने से दो महत्वपूर्ण नेताओ द्वारा उनके गुर्गो को खदान आवंटन के लिए की गई सिफारिशों और आवंटन से जुड़े कई दस्तावेज बरामद हुए है।सूत्र बताते है कि जेपी मौर्य ने सरकारी गवाह बनने की पेशकश कर बताया है कि आखिर कैसे दबाव डालकर उनसे कार्य कराया जाता है। जेपी मौर्य ने अपनी कलेक्टर पत्नी रानू साहू की कार्यप्रणाली को लेकर भी कई चौकाने वाले खुलासे किए है। सूत्रों के मुताबिक जेपी मौर्य सरकारी गवाह बनेंगे या फिर उनकी गिरफ्तारी होगी, इस पर अंतिम फैसला अभी नहीं हो पाया है। उधर, पिछले 40 घंटे से नदारद पत्नी और रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू की लोकेशन और सम्पर्को को लेकर जेपी मौर्य ने अनभिज्ञता जाहिर की है। वही एक अन्य आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई और उनकी पत्नी से अभी भी पूछताछ जारी है। सूत्रों का दावा है कि विश्नोई के ठिकानो से लगभग 4 करोड़ की नगदी और भारी मात्रा में सोने के गहने बरामद हुए है। इसके आलावा बड़ी तादाद में जमीनों के दस्तावेज भी मिले है। बताया जाता है कि स्टेट GST विभाग द्वारा कारोबारियों से वसूली जाने वाली अवैध रकम से जुडी एक डायरी भी बरामद हुई है। इसमें लेन देन के ब्योरे के आलावा कई और जानकारी दर्ज है। सूत्रों का दावा है कि समीर विश्नोई पत्नी समेत ईडी के हत्थे चढ़ सकते है। सूत्रों द्वारा यह भी बताया जा रहा है कि महासमुंद से ईडी के कब्जे में आए एलके तिवारी, बादल मक्कड़, सन्नी लुनिया और अजय नायडू के पास से कई दस्तावेजों के आलावा लगभग ढाई करोड़ रकम बरामद हुई है। रायगढ़ से नवनीत तिवारी, बिलासपुर से रुपेश अग्रवाल, कोरबा से सुनील अग्रवाल के ठिकानो से भी नगदी और करोडो की रकम बरामद हुई है। सूत्रों का दावा है कि अब तक लगभग 10 करोड़ की नगदी समेत अरबो की अवैध सम्पत्ति का ब्योरा ईडी के हाथ लगा है। सूत्रों के मुताबिक एक जाने-माने रियल स्टेट से जुड़े कारोबारी के साथ भी करोडो के निवेश के दस्तावेजी प्रमाण ईडी को मिले है। सूत्रों के मुताबिक छापेमारी की जद में आए कुछ अफसरों और कारोबारियों को छोड़ शेष सभी ईडी के कब्जे में है।उनसे अलग-अलग पूछताछ चल रही है ।हालाँकि ईडी की ओर से किसी की भी गिरफ़्तारी की आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हो पाई है। उधर खबर आ रही है कि ईडी की टीम पंचनामा तैयार कर कल गुरुवार को रायगढ़ में कलेक्टर रानू साहू के बंगले में दाखिल हो सकती है।हालाँकि इसके लिए कानूनी प्रक्रिया के भी प्रारम्भ करने की जानकारी मिली है। सूत्रों द्वारा यह भी बताया जा रहा है कि रानू साहू और सूर्यकांत तिवारी की खोजबीन जारी है। सूर्यकांत के भोपाल में होने की खबर आज दिनभर सुर्खियों में रही। यही नहीं रानू साहू के अज्ञात नम्बरो से उसके करीबियों को फोन करने की खबर भी सामने आई हैं। सूत्रों के मुताबिक रानू साहू ने अपने भाई और उसके एक दोस्त शेखर खरे को फोन कर जल्द से जल्द दस्तावेज, गहने और नगदी हटाने की हिदायत दी है। सूत्रों के मुताबिक रानू साहू के फोन के बाद धमतरी की किसी “माया” नामक सरकारी कर्मी से संपर्क कर उसे भी हिदायत दिए जाने की खबर है। बताया जाता है कि माया के पास भी, रानू की माया है। फिलहाल ईडी की कार्यवाही जारी है। छापो को लेकर बरामदगी और किसी भी शख्स की गिरफ़्तारी को लेकर ईडी की ओर से आधिकारिक बयान सामने नहीं आने से प्रदेश में गहमा-गहमी है।