नई दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के राजस्थान दौरे के वक्त सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया है। हेलीपैड पर थ्री लेयर सुरक्षा तोड़कर एक महिला जेईएन ने राष्ट्रपति के पैर छू लिए थे। हालांकि एसपी के निर्देश पर उस जेईएन को पकड़कर थाने भी ले गए, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया था। इस पूरे मामले को पुलिस ने रिकॉर्ड में नहीं लिया और दबा दिया गया। अब गृह मंत्रालय ने इसको लेकर रिपोर्ट मांगी है।
दरअसल, महामहिम 4 जनवरी को पाली के निम्बली ब्राह्मण गांव में हो रही जंबूरी का उद्घाटन करने आई थीं। हेलीपैड पर उनकी सुरक्षा थ्री लेयर में सुरक्षाकर्मी तैनात थे। इसी बीच अचानक एक महिला JEN प्रोटोकॉल तोड़कर राष्ट्रपति के पैर छूने आ गई।
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महिला जेईएन को राष्ट्रपति के सुरक्षाकर्मी ने हटाया, लेकि तब तक उसने मुर्मू के पैर छू लिए थे। इसके बाद एसपी गगनदीप सिंगला के निर्देश पर जेईएन को रोहट पुलिस थाने ले जाया गया था, लेकिन कुछ घंटे बाद हिदायत देकर छोड़ दिया गया। मामले को रिकॉर्ड में नहीं लिया गया। अब गृह मंत्रालय ने रिपोर्ट मांगी तो मामला सामने आया।
राष्ट्रपति के पैर छूने वाली जेईएन अंबा सियोल रोहट में जलदाय विभाग में 6 महीने से कार्यरत हैं। वह छह साल पहले सरकारी सेवा में आई हैं। उनकी ड्यूटी जंबूरी स्थल पर पानी व्यवस्था के लिए लगी थी। 4 जनवरी को राष्ट्रपति से पहले राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी उसी हेलीपैड पहुंचे। इसके बाद राष्ट्रपति का हेलिकॉप्टर आने से पहले त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया। प्रोटोकॉल के मुताबिक वहां सीएम, गवर्नर सहित 8 लोग ही जा सकते थे।