कोरबा// विश्व सर्प दिवस विशेष : नागलोक बनता कोरबा : सांपो के राजा कहे जाने वाले किंग कोबरा छत्तीसगढ़ में कोरबा में सिर्फ : जैव विविधता से भरा कोरबा का जंगल एक रहस्य….पढ़े Q न्यूज़ की विशेष खबर

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विश्व सर्प दिवस विशेष : नागलोक बनता कोरबा : सांपो के राजा कहे जाने वाले किंग कोबरा छत्तीसगढ़ के कोरबा में : जैव विविधता से भरा है कोरबा का जंगल….पढ़े हमारी विशेष खबर

 

कोरबा।।

आज विश्व सांप दिवस है। यह हर साल 16 जुलाई को एकसाथ दुनियाभर में मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य सांपों के प्रति लोगों को जागरूक करना और सांप से संबंधित भ्रांतियों को दूर करना है। यह हर साल 16 जुलाई को मनाया जाता है।

 

भारत में नाग को देवता की उपाधि प्राप्त है

भारत में सनातन धर्म को मानने वाले लोग सांपों की पूजा करते हैं। खासकर, नाग सांप को देवता की उपाधि गई गई है। भगवान शिव के गले में नाग देवता को स्थान प्राप्त है।

 

आसान शब्दों में कहें तो भगवान शिव का गला नाग देवता का निवास स्थान है। इसके लिए सांप की विशेष पूजा की जाती है। इस मौके पर सांप को दूध और धान का लावा खाने को दिया जाता है। सावन के महीने में नाग पंचमी के अवसर पर नाग देवता की धूमधाम से पूजा-उपासना की जाती है।

रोचक बातें

दुनियाभर में सांपों की कुल 3,000 प्रजातियां हैं। इनमें 300 प्रजातियां केवल भारत में हैं। वहीं, 300 में 200 प्रजातियां जहरीली हैं। इनके काटने से व्यक्ति की मौत हो सकती है या व्यक्ति बुरी तरह घायल हो सकता है।

भारत में सर्प दंश से अधिक मौत होती है। वाइल्ड लाइफ रेस्क्यू टीम के अध्यक्ष जितेंद्र सारथी ने बताया कि सर्प दंश यानी सांप काटने से भारत में सबसे अधिक मौत होती हैं। यह रिपोर्ट चिंता का विषय है। सर्प दंश के बाद मौत के लिए देसी इलाज और अपर्याप्त ज्ञान मुख्य कारण हैं। इसके लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। लोगों में सांप काटने को लेकर अनुचित धारणा है। उसमें बदलाव जरूरी है। इसके लिए हर साल विश्व सांप दिवस मनाया जाता है।

नागलोक के नाम से उभरता कोरबा।

 

छत्तीसगढ़ में नाग लोक के तौर पर कोरबा को पहचान मिल रही है। बताते चले कि सांपो के राजा कहे जाने वाले किंग कोबरा छत्तीसगढ़ में अभी तक सिर्फ कोरबा जिले के जंगलों में पाए गए है। जैव विविधता यहां के वातावरण को रास आता है। यहां के जंगलों में अनेको जीव जंतुओं की विभिन्न प्रजातियां पाई जाती है । यहां जीव जंतुओं के साथ ,सांपो के कई प्रजातियां मौजूद है।

वर्ल्ड लाइफ रेस्कयू अध्यक्ष ने साझा की जानकारी-

ऐसे तो सांपों के निकलने के मामले सामने आते रहते हैं, लेकिन बरसात का मौसम आते ही ऐसे मामले बढ़ जाते हैं. मानसून के दस्तक देते ही सर्पदंश के मामले सामने आने लगे हैं। जिससे जमीन में रेंगने वाली मौत का सामना इंसान से हो जाता है। ऐसी स्थिति में टीम के अध्यक्ष ने नम्बर जारी कर कहा कि घरों में किसी भी प्राकर के सांपो के देखे जाने पर तत्काल हमारे दिए गए नम्बर पर कॉल करके सूचना दे जिससे सांपो के साथ- साथ इंसानों को भी बचाया जा सके। जिसे सुरक्षित रेस्कयू कर वन विभाग के माध्यम से शहरों से दूर जंगलों में रिलीज किया जा सके।

सांपो से बढ़ते मौत के आकड़ो से  स्वास्थ्य विभाग ने कसी कमर

इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने भी अपनी कमर कस ली है. जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एंटी स्नेक वेनम की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है.

बारिश के जोर पकड़ने के साथ ही कोरबा जिले में सांप निकलने की घटनाएं काफी बढ़ जाती हैं. स्वास्थ्य विभाग की तैयारी को लेकर कोरबा सीएमएचओ डॉ. एस एन केसरी ने बताया कि सभी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में एंटी स्नेक वेनम की डोज उपलब्ध है. सांप काटने के बाद पीड़ित को तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने से उसकी जान बचाई जा सकती है।