मुस्लिम धर्मगुरु गाजिये मिल्लत सैय्यद हाशमी मियां साहब किबला किछौछा शरीफ का तीन दिवसीय प्रवास छत्तीसगढ़ में हुआ जहां सुन्नी मुस्लिम जमात और अराकीने कमेटी कोरबा द्वारा आयोजित रहमते आलम कॉन्फ्रेंस में शिरकत करेंगे वही
छत्तीसगढ़ सरकार ने उन्हें राज्य अतिथि का दर्जा दिया गया था जंहा जारी मिनट टू मिनट कार्यक्रम के तहत 12 अक्टूबर की सुबह पौने ग्यारह बजे वे रायपुर एयरपोर्ट पहुंचे वहां से राज्य सरकार की दी हुई सुरक्षा व्यवस्था में सम्मान के साथ कोरबा के लिए सड़क मार्ग से रवाना हुए वहीं बिलासपुर में दोपहर साढ़े बारह बजे ग्रीन पार्क कॉलोनी स्थित इकबाल हक के निवास में इस्तकबाल किया साथ ही। वहां से शहेशाहे छत्तीसगढ़ बाबा सैयद इंसान अली शाह लुतरा शरीफ दरगाह पहुंचे जहां स्थानीय मुस्लिम जमात एवं नागरिकों ने जोशिला इस्तेकबाल किया मुस्लिम धर्म गुरु सैय्यद हाशमी मिंया ने सैय्यद हज़रत बाबा सैय्यद इंसान अली शाह की मजार में ज़ियारत की अमन-चैन खुशहाली की दुआ मांगी जंहा स्थानीय लोगों से मुलाकात कर कोरबा के लिए रवाना हुए साथ में पूरा काफिला चल रहा था वहीं 14 अक्टूबर शुक्रवार को दोपहर को नुरानी मस्जिद लुतरा शरीफ में जुमे की नमाज अदा कराएंगे। उसके बाद वापस रायपुर एयरपोर्ट के लिए रवाना हो जाएंगे। हज़रत हाशमी मियां के साथ सैय्यद राशिद मक्की मियां भी पूरे समय कार्यक्रम में रहेंगे। उनके प्रवास और कार्यक्रम को लेकर छत्तीसगढ़ के मुस्लिमों मे काफी उत्सुकता और उत्साह है।
13 भाषाओं के इस्लामी विद्वान पैगंबर मोहम्मद साहब के वंशज 40 वीं पीढ़ी में जन्म लेने वाले सैय्यद मोहम्मद हाशमी मियाॅ अशरफी उल जीलानी किबला किछौछा शरीफ उत्तरप्रदेश को मानने वाले छत्तीसगढ़ सहित हिंदुस्तान और विदेशों में भी बड़ी संख्या में अकीदतमंद है।आपको दुनिया ए इस्लाम में हुजूर गाजिए मिल्लत के नाम से जाना जाता है। आपकी खिताबत पूरी दुनिया में हो चुकी है।
आपको तकरीर करते हुए 50 साल हो गए। इसीलिए आपका गोल्डन जुबली खिताब कोरबा में होने जा रहा है। कोरबा की सुन्नी मुस्लिम कमेटी की कोशिश कामयाब रही। और इनके जरिए तमाम मुस्लिम समाज को हुजूर गाजिए मिल्लत की जियारत और खिताब तकरीर सुनने का मौका मिलेगा सैय्यद हाशमी मिंया के लुतरा शरीफ आगमन पर स्थानीय मुस्लिम समाज के लोगों का जमावड़ा लगा रहा