पर्यटन स्थल के रूप में संवरने जा रहा मानिकपुर पोखरी…एसईसीएल ने पहली किश्त की जारी…पर्यटकों के लिए…पढ़े पूरी खबर

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कोरबा (Q न्यूज़24)

 :- 11 करोड़ 11लाख रुपये किये जायेंगे खर्च, 8 हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न सुविधाओं का होगा विकास।

एसईसीएल कोरबा एरिया की ओपन माइंस मानिकपुर की बंद पड़ी पोखरी को ईको टूरिज्म स्थल के रूप में संवारा जाएगा। एसईसीएल ने पहली किश्त 5 करोड़ 60 करोड़ रुपए की राशि जारी कर दी है। कलेक्टोरेट पहुंचकर एरिया महाप्रबंधक अजय तिवारी ने कलेक्टर संजीव कुमार झा को चेक सौंपा है। पोखरी को सुंदर पर्यटन स्थल बनाने यहां के 8 हेक्टेयर से अधिक एरिया में विभिन्न सुविधाओं का विकास किया जाएगा।

एसईसीएल कोरबा एरिया की बंद पड़ी मानिकपुर पोखरी को ईको पार्क में बदला जाएगा। शहर से भी मानिकपुर पोखरी नजदीक है, ऐसे में शहरवासियों को बेहतर सर्व सुविधायुक्त पर्यटन स्थल मिल पाएगा। एसईसीएल के कोयला खनन के बाद पानी के भराव से यह पोखरी का रूप ले लिया।

एसईसीएल नवाचार से पुरानी बंद पड़ी खदानों को पर्यटन स्थलों में बदल कर ईको-पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में कदम बढ़ाया है। इसी कड़ी में मानिकपुर पोखरी को भी ईको टूरिज्म स्थल बनाने चिन्हित किया गया। नगर निगम के अफसरों ने भी मानिकपुर पोखरी का निरीक्षण किया था। इस दौरान सर्व सुविधायुक्त पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किए जाने की एसईसीएल कोरबा एरिया प्रबंधन के अधिकारियों के साथ योजना बनाई। मानिकपुर पोखरी को पर्यटन स्थल के रूप विकसित कर पर्यटकों को विभिन्न सुविधाएं दिलाना है। यहां पर फ्लोटिंग रेस्टोरेन्ट, बोटिंग सुविधा, कैफेटेरिया, डेकोरेटिव लाइन, क्लेम्बिंग वॉल, रिपेलिंग वॉल, जिपलिंग रोलर कोस्टर की सुविधा उपलब्ध रहेगी। इसके लिए एसईसीएल 11 करोड़ 11 लाख रुपए खर्च करेगी।

निगम व एसईसीएल कोरबा के बीच हुआ है एमओयू

मानिकपुर पोखरी को पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किए जाने नगर निगम व एसईसीएल कोरबा एरिया के बीच एमओयू हुआ है। निगम की ओर से अधीक्षण अभियंता एमके वर्मा व एसईसीएल कोरबा एरिया के जीएम के हस्ताक्षर हैं। राशि जारी होने के बाद योजना को साकार रूप दिया जाएगा। मानिकपुर पोखरी में 12 महीने पानी का भराव रहता है। इसके आसपास सौंदर्यीकरण कर इको पर्यटन स्थल के रूप में संवारा जाएगा।