ठेकेदार के हमलावरों का सुराग तलाश रही पुलिस,कंपनी के कर्मचारियों के लिए जा रहे बयान

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ठेकेदार के हमलावरों का सुराग तलाश रही पुलिस,कंपनी के कर्मचारियों के लिए जा रहे बयान

कोरबा।

शहर के ठेकेदार पर हुए जानलेवा हमला के मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं। घटना के बाद से पुलिस हमलावरों का सुराग तलाशने में जुटी है। इसके लिए कंपनी के कर्मचारियों के बयान भी लिए जा रहे हैं। ट्रांसपोर्ट नगर इंदिरा विहार में रहने वाले ठेका व्यवसायी अरूण वर्मा 42 वर्ष लहुलुहान अवस्था में बुधवार- गुरूवार की दरम्यानी रात कोसाबाड़ी स्थित मुस्कान डेंटल क्लीनिक के पास कार के ड्राइविंग सीट में गंभीर अवस्था में मिले। पुलिस ने सीसीटीवी खंगाला तो कार पहले पार्क होते नजर आई और बाद में एक बाइक में बैठा कर अरूण को घायल अवस्था में लाया गया और कार में शिफ्ट कर दिया गया। कार में लगे जीपीएस के लोकेशन के आधार पर स्वजन रात करीब एक बजे मौके पर पहुंचे। सिर पर बेहद गंभीर चोट होने की वजह से तब तक काफी खून बह चुका था और अरूण की स्थिति गंभीर है। रायपुर के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा। जहां उन्हें वेंटिलेटर में रखना पड़ा है। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस बुरी तरह ठेकेदार पर हमला किया गया है। शरीर के अन्य हिस्सों में भी गंभीर चोटें आई है। पुलिस को कोसाबाड़ी स्थित व्यवसायी के कार्यालय में खून के निशान मिले हैं। माना जा रहा है कि रात को 10.30 से 12 बजे के बीच हमलावर कार्यालय पहुंचे। घटना के दिन ही करीब 9.30 बजे रात को कुसमुंडा के एक परिचित व्यक्ति से मुलाकात कर वे वापस कोरबा लौटे थे। इस बीच उन्होंने अपनी पत्नी को मोबाइल पर यह जानकारी दी थी कि वे कुसमुंडा से वापस घर लौट रहे हैं। अब तक जांच में पता चला है कि वे कोरबा पहुंचने के बाद मुड़ापार गए और कुछ सामान खरीदने के बाद वापस कार्यालय चल गए। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसी क्या बात हुई कि अचानक कार्यालय जाना पड़ा। पुलिस ने जो मोबाइल डिटेल निकाला है, उसमें कंपनी के दो कर्मियों से लगातार बात होना पाया गया। यही वजह है पुलिस दोनों महिला कर्मियों से पुलिस ने लंबी पूछताछ की,पर इसके बाद भी कोई ठोस सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग सकी। आरोपी बाइक में बैठा कर अरूण को लेकर आते हैं और कार में शिफ्ट करते हैं। इस दौरान पीछे से एक बलेनो कार भी आती है और वह उस स्थल के कई चक्कर लगाती है। सीसीटीवी में मिले इन फुटेजों के आधार पर पुलिस बोलेनो कार का नंबर जुटाने में लगी है। उधर पुलिस की एक टीम ठेकेदार के स्वजनों का बयान लेने रायपुर गई है। मामले में एफआईआर दर्ज कर लिया गया है।