कोरबा।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पहली बार कोरबा आ रहे हैं। उनके आगमन से पूर्व जिला प्रशासन ने तैयारियों को पूर्ण किया और इंदिरा स्टेडियम मैदान में उनकी सभा शुरू होने जा रही है। सभा स्थल पर गांव-गांव से लोग लाये जा रहे हैं। इनमें कई ऐसे लोग भी हैं जो काला जैकेट, काला स्वेटर या काला कपड़ा पहन कर आए हैं क्योंकि उन्हें यह नहीं पता कि सभा स्थल में प्रवेश देने से पहले उनके कपड़े उतरवाए जाएंगे। लोगों के काले जैकेट से लेकर स्वेटर तक उतरवाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं सभा स्थल स्टेडियम मैदान परिसर में जहां पर सभा हो रही है, उसके सामने देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी की आदमकद प्रतिमा स्थापित है।
मंच के ठीक दाएं तरफ भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की आदमकद प्रतिमा स्थापित है। अमित शाह की सभा प्रारंभ होने से कुछ घंटे पहले ही इन दोनों प्रतिमाओं को सफेद कपड़े से ढक दिया गया। यहां पहुंच रहे लोगों में जिनकी भी नजर इन प्रतिमाओं की ओर जा रही है,वे यह सोचने पर मजबूर हो रहे हैं कि आखिर इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की प्रतिमा से भाजपाईयों को क्या परहेज! ना तो इन मूर्तियों का रंग काला है और ना ही कोई व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। यहां पहुंचने वाले अनेक लोगों ने भी इस बात पर अचरज जताया और प्रशासनिक तथा पुलिस के उपस्थित अधिकारियों ने भी इस बात से अनभिज्ञता जताई कि आखिर मूर्ति को क्यों ढंका गया। उन्होंने इससे पहले ऐसा कभी नहीं देखा। चुनाव आचार संहिता के समय की बात अलग है। बता दें कि जिस मैदान में भाजपा के द्वारा गृह मंत्री अमित शाह की सभा कराई जा रही है वह भी प्रियदर्शनी इंदिरा गांधी के नाम पर है और सभास्थल के बगल में ही राजीव गांधी की प्रतिमा भी है। यदि इन प्रतिमाओं से इतना ही परहेज था तो सभा का स्थल कोई और चुन लिया जाना चाहिए था। क्या जिला और निगम प्रशासन भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है? राज्य में कांग्रेस की सरकार है और उस पर इन दोनों की मूर्तियों को ढका जाना किसी अपमान से कम नहीं कहा जा रहा।