एतमानगर वन परिक्षेत्राधिकारी नहीं कर रहे 70-80 मजदूरों का भुगतान वन मंडलाधिकारी ने जारी किया मजदूरी भुगतान फीकी-फीकी नजर आ रही मजदूरों की दीपावली

56

कटघोरा।

कटघोरा वनमंडल के एतमानगर वनरिक्षेत्र में विभाग द्वारा अप्रैल माह में लगभग 70-80 मजदूर लगाकर मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी योजना नरवा गरूआ घुरवा योजना के तहत बोल्डर से डेम बनाने का कार्य कराया गया था एवं जुलाई माह में पौधा रोपण का कार्य वन परिक्षेत्राधिकारी मनीष ठाकुर द्वारा कराया गया। कार्य पूर्ण होने के बाद भी इन कार्यों में लगे मजदूरों का भुगतान नहीं होने से मजदूरों की दीपावली फीकी-फीकी सी नजर आ रही है। एतमानगर वन परिक्षेत्र में वन परिक्षेत्राधिकारी मनीष ठाकुर द्वारा मजदूरों का भुगतान समाचार लिखे जाने तक नहीं किया गया है जिसके कारण हाडतोड़ मेहनत करने वाले मजदूर अपनी गाढ़ी कमाई के भुगतान पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कटघोरा वनमंडलाधिकारी प्रेमलता यादव ने सहृदयता का परिचय देते हुए दीपावली त्यौहार के पूर्व उक्त कार्य में लगे मजदूरों के खाते में उनकी मेहनत की राशि भुगतान हो सके और मजदूरी कार्य में लगे मजदूरों की दीपावली मन सके। इसी परिपेक्ष्य में कटघोरा वनमंडलाधिकारी द्वारा एतमानगर वन परिक्षेत्राधिकारी मनीष ठाकुर के विभागीय खाते में एतमानगर के मजदूरों के भुगतान के लिए 22 लाख एवं 9 लाख रूपए जारी किया गया है। इसके बावजूद न जाने क्यों एतमानगर वन परिक्षेत्राधिकारी मनीष ठाकुर द्वारा उक्त कार्यों में लगे मजदूरों का भुगतान नहीं किया गया है यह समझ से परे हैं। मजदूरी पाने के लिए बेबस मजदूर साल भर के सबसे बड़े त्यौहार माने जाने वाले दीपावली में भी अपने मासूम बच्चों के चेहरे पर मायूसी देख खुद को कोसते हुए विभाग के अधिकारियों को बददुआ देने से भी नहीं कतरा रहे हैं। वन परिक्षेत्राधिकारी मनीष ठाकुर की के इस करतूत से विभाग की छवि कहीं न कहीं धूमिल हो रही है। कहीं ऐसा तो नहीं है कि वन परिक्षेत्राधिकारी मनीष ठाकुर अपनी दीपावली मजदूरों के मजदूरी की रकम से मना रहे हैं? समाचार लिखने के दौरान वनमंडलाधिकारी से बात करने का प्रयास किया गया किन्तु उन्होंने अपना मोबाइल रिसीव नहीं किया और वन परिक्षेत्राधिकारी का मोबाइल कव्हरेज एरिया से बाहर होना बताया गया जिस कारण उनका इस संबंध में कोई पक्ष नहीं मिल सका।
———————–