नई दिल्ली : संघ प्रमुख (RSS) मोहन भागवत को ‘राष्ट्रपिता’ और ‘राष्ट्रऋषि’ बताने वाले ऑल इंडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन के प्रमुख डॉ. उमर अहमद इलियासी को अब फोन पर जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इलियासी का कहना है उन्हें विदेश से भी धमकी भरे फोन आए हैं। उन्होंने बताया की उन्हें इंग्लैंड से फोन कर एक शख्स ने पहले तो नाराजगी जताई फिर अपशब्दों का प्रयोग किया और अंत में धमकी दी।
चीफ इमाम ने कहा, ‘मैंने दिल्ली पुलिस में इसकी शिकायत दी है, साथ ही सरकार और एजेंसियों को भी इसकी जानकारी दी है।’ चीफ इमाम के पास पहले से ही सुरक्षा मौजूद है।
फोन में लगातार मिल रही धमकियों के बावजूद चीफ इमाम ने कहा, ‘मैं अपने शब्दों पर कायम हूं। मैंने मोहन भागवत को राष्ट्रपिता और राष्ट्रऋषि बोला था। मैं इन शब्दों को वापस नहीं लूंगा, परिणाम चाहे जो भी हो।’
PFI पर लगे बैन को लेकर उन्होंने कहा सरकार के पास पर्याप्त सबूत थे इसलिए कार्रवाई हुई है।
22 सितंबर दिल्ली में कस्तूरबा गांधी मार्ग पर एक मस्जिद के बंद कमरे में मोहन भागवत करीब एक घंटे चीफ इमाम डॉ. उमर अहमद इलियासी के साथ रहे थे। किसी मुस्लिम धार्मिक संगठन के प्रमुख से RSS चीफ की मस्जिद में यह पहली मुलाकात थी। इस दौरान डॉ. इलियासी ने कहा था कि हमारा DNA एक ही है, सिर्फ इबादत करने का तरीका अलग है।
RSS प्रमुख ने उनके बुलावे पर उत्तरी दिल्ली में मदरसा ताजवीदुल कुरान का दौरा किया था। वहां वे बच्चों से भी मिले। मुलाकात के ठीक बाद भास्कर ने चीफ इमाम से बात की और RSS चीफ से मुलाकात के बारे में पूछा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने मोहन भागवत को राष्ट्रपिता और राष्ट्रऋषि बताया। उन्होंने कहा कि वे पारिवारिक कार्यक्रम में उनके बुलावे पर आए थे। उनके साथ सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल, वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश और रामलाल भी मौजूद रहे।