कोरबा// करोड़ो के मीटर शिफ्टिंग घोटाला: फॉर्म का नाम बदलकर अधिकारियों पर दादागिरी : शासन को फिर करोड़ों चुना लगाने की तैयारी : प्रबंध निदेशक के नाम अधिक्षण अभियंता को सौपा गया ज्ञापन…

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करोड़ो के मीटर शिफ्टिंग घोटाला: फॉर्म का नाम बदलकर अधिकारियों पर दादागिरी : शासन को फिर करोड़ों चुना लगाने कीतैयारी : प्रबंध निदेशक के नाम अधिक्षण अभियंता को सौपा गया ज्ञापन…

कोरबा।।

दिनांक 26-07-2024  को विधुत ठेकेदार संघ के द्वारा आज प्रबंध निदेश के नाम अधिक्षण अभियंता श्री सिदार को ज्ञापन सौपा गया। जिसमें संघ के अध्यक्ष श्री शहजादा ने बताया कि विभागीय बहिष्कृत फर्म के द्वारा अपने कार्यक्षेत्र  जिले से हटकर अन्यत्र जिले के विभाग में अधिकारियों पर धौस दिखा कर्मचारियों के साठ गाठ कर दूसरे फर्म के नाम से काम लेने की कोशिश की जा रही है । आखिर ऐसा क्या हुआ कि खुद के जिले में इस फर्म को पंजीकृत नही किया गया। आखिर ऐसा कृत्य किस बात को दर्शाता है। जब पंजीकृत फर्म  व व्यक्ति विशेष के द्वारा मीटर शिफ्टिंग कार्य में करोड़ो का घोटाला किया गया है जिसके बाद एफआईआर दर्ज भी किया गया। अब सोचने वाली बात यह है कि  विभागीय द्वारा व्यक्ति विशेष को कैसे पंजीकृत किया गया। कही फिर से करोड़ो के घोटाले की कोई बड़ी साजिश तो नही ” बताते चले –

विधुत वितरण विभाग में राजेश विधवानी के द्वारा विभाग में कई करोड़ का मीटर शिफ्टिंग घोटाला कर पुनः अपने परिवारजन के किसी शैकी नाम के सदस्य को शामिल कर नये फर्म मेसर्स ब्लू पॉवर ऐनर्जी पताः रामा बेली, बोदरी, बिलासपुर के नाम से एक करोड़ लिमिट का पंजीयन किया गया है इसका पुनः पंजीयन विभाग में कैसे हुआ है यह जाँच का विषय है।

बिलासपुर के इस फर्म को बिलासपुर जिले में कोई काम ना मिलने पर कोरबा के अधिकारियों पर दादा गिरी और अधिकारियों के माना करने के बाद भी टेंडर दल रहे है बाल पूर्वक जिले में अपने गुर्गो के माध्यम से भय का वातावरण बनाकर बल पूर्वक निविदा डलवाया जा रहा है। यह वहीं फर्म है जिनके कारनामों कि चर्चा सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में रही है। इन पर दंडात्मक कार्यवाही किया जा चुका है। श्री राजेश विधवानी एवं इनके फर्म पर एफ.आई.आर. दर्ज किया गया था। साथ हि इनकी समस्त संपत्ति कुर्क करने का आदेश पारित किया गया था। मीटर शिफ्टिंग घोटाला में इन्हें एवं इनके गुर्गो को कारावास कि सजा हुई थी। इसके बावजूद सजा काटकर श्री राजेश विधवानी के द्वारा पुनः उसी विभाग में एक करोड़ लिमिट का पंजीयन कर शेंकी नाम का भागीदार दिखाकर कोरबा जिले के अधिकारियों से मिलीभगत कर अपने गुर्गो के माध्यम से बलपूर्वक निविदा भरा जा रहा है।

राजेश विधवानी के द्वारा विभाग में स्वयं आकर अधिकारियों के साथ बैठक किया जाता है। आश्चर्यजनक बात है कि उनके एक करीबी डी पिछले करतूत को नजरंदाज कर विभाग में आवभगत में कोई कसर नहीं छोड़ते। यदि यही माहौल बना रहा तो हम समस्त ठेकेदार पूर्ण रूप से कार्य बंद कर धरना प्रदर्शन करने हेतु विवश हो जायेगे। अतः इस मामले का जाँच कर यथाशीघ्र उचित कार्यवाही करने कि कृपा करें।

श्री सिदार ने कड़े तेवर दिखाते हुए कहा- ऐसे किसी भी अपराध दर्ज फर्म को पंजीकृत दुबारा  नही किया जावेगा। तथा किसी भी कर्मचारियों द्वारा अगर ऐसे फर्म को पुनः पंजीकृत किया जाता है। तो उस पर विभागीय कार्रवाई की जावेगी :-

अधिक्षण अभियंता (कोरबा)