कोरबा-कटघोरा// क्या..? कटघोरा वनमंडल हाथियों के लिए बन रहा क़ब्रगाह…फिर हाथी के बच्चे की मौत… डीएफओ की उदासीनता उजागर…मौत का जिम्मेदार कौन..?

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कोरबा/कटघोरा।।

कटघोरा वनमंडल हाथियो के लिए कब्र गाह बनते जा रहा हैं। आखिर आये दिन हो रहे हाथियों के मौत का जिम्मेदार कौन ..??


फिर कटघोरा वनमंडल में हाथी के बच्चे की मौत का मामला सामने आया है। हाथियों के मौतों का सिलसिला लगातार जारी हैं। पूर्व में कटघोरा डीएफओ के द्वारा भी इन मौतों पर लगाम लगाने जैसे किसी भी तरह की कोई पहल नही की गई थी। पेडों के लगातार अंधाधुंध कटाई के मामले समय समय मे उजागर होते रहे हैं। इसी कार्यपथ को वर्तमान डीएफओ के द्वारा के बदस्तूर जारी रखा गया हैं। जानब ड्यूटी के निर्धारित समय के उल्लंघन को हमेशा दर्शाते रहे हैं।

कटघोरा वनमंडल…क्या ?? बिलासपुर से संचालित :-

जब से वर्तमान डीएफओ ने पद संभाला हैं, तब से कटघोरा वनमंडल में अनियमितता की शिकायते आम बात सी हो गयी हो मानो…जानब महीने के 20 दिन बिलासपुर में रहकर निभाते हैं अपनी ड्यूटी…अगर विभाग के मुख्या के द्वारा ही इस तरह का अड़ियल रवैय्या जारी हैं तो अन्य कर्मचारियों की स्थिति क्या होगी यह दर्शाने की जरूरत नही। प्रशासन के द्वारा हाथियों के संरक्षण के लिए मोटी रकम व्यय की जाती हैं। पर जिस तरह से हाथियों के मौतों में लगातार इजाफा हो रहा हैं, यह इस बात की ओर का बड़ा संकेत हैं कि हाथी संरक्षण का कार्य सिर्फ कागजो में ही सिमट कर रह गया हैं।

सूचना मिलते ही वन विभाग में हड़कंप..

घटना केदई वन परिक्षेत्र झिनपुरी गांव की है। सूचना मिलते ही वन विभाग के आला अधिकारी पहुंचे और जांच शुरू की। जहां डाक्टरों ने बताया की हाथी के बच्चे की मौत पानी में डुबने से हुई है। आखिर इस तरह से हो रहे हाथियों के मौतों का जिम्मेदार कौन…?