कोरबा।।
जिले में डेंगू के मरीज मिलने से लोगों में दहशत का आलम है। लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी चिंतित हैं। क्षेत्र के लोगों ने डेंगू के प्रभावी नियंत्रण को लेकर जिला प्रशासन से सख्त रूख अपनाने की मांग की है ताकि बीमारी को इस क्षेत्र में नियंत्रित किया जा सके।
मुड़ापार में तेजी से बढ़ रहा डेंगू का प्रकोप
मुड़ापार घनी आबादी वाला इलाका है और इस क्षेत्र में ड्रेनेज की समस्या गंभीर बनी हुई है। पूर्व में भी यह क्षेत्र डेंगू को लेकर चर्चा में रहा है। इस साल भी इस क्षेत्र में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग चिंतित है। हालांकि क्षेत्र में बढ़ते मच्छरों के प्रकोप को कैसे रोका जा सके, इसका कोई फिलहाल नजर नहीं आ रहा है।
बता दे कि मुड़ापार क्षेत्र घनी आबादी वाला है और इस क्षेत्र में 6000 से अधिक आबादी रहती है। घना बस्ती होने के कारण कई स्थानों पर जल जमाव की भी स्थिति है जहां मच्छरों के पनपने की संभावना सबसे अधिक रहती है।
डेंगू का एकमात्र उपाय- मच्छरों से बचना
स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया गया है कि डेंगू के वायरस से बचने का एकमात्र उपाय मादा एंडिज मच्छर से बचना है। इसके इलाज के लिए कोई दवा नहीं है बल्कि सावधानी बरतने और मच्छर से दूर रहकर ही इस बीमारी से बचा जा सकता है। एंडिज मच्छर लोगों को दिन में काटता है और ठहरे हुए पानी में पनपते हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया गया है कि अपने आसपास पानी को न ठहरने दें और कचरे का ढेर न लगने दें। अगर किसी स्थान पर पानी ठहरा हुआ है तो वहां मिट्टी तेल या जला हुआ मोबिल डालें। डीजल का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। ऐसा करने से जमा हुआ पानी में मौजूद डेंगू का लार्वा मर जाता है।
सुभाष ब्लॉक कंपनी की कालोनी है लेकिन साफ-सफाई कम
मुड़ापार के साथ-साथ एसईसीएल की सुभाष ब्लॉक कालोनी में भी डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। हालांकि इस क्षेत्र में अभी दो ही मरीजों की पुष्टि हुई है, लेकिन मरीज मिलने से क्षेत्र के लोग चिंतित हैं। इस क्षेत्र में डेंगू के अलावा बुखार से पीड़ित मरीज भी मिल रहे हैं हालांकि जांच में अभी यह स्पष्ट नहीं हो रहा है कि बुखार से ग्रसित मरीज डेंगू वायरस की चपेट में हैं या उन्हें मौसम में बदलाव के कारण स्थिति बन रही है। इधर क्षेत्र में नालियों की नियमित साफ-सफाई नहीं होने से भी यह बीमारी पैर पसार सकती है। सुभाष ब्लॉक का इलाका एसईसीएल कोरबा एरिया के आधिपत्य में है और कालोनी में साफ-सफाई की जिम्मेदारी प्रबंधन की है।
डेन वायरस से डेंगू