वन विभाग द्वारा मजदूरों का भुगतान नही करने का नया खेल। 1 साल से नही हुआ भुगतान: आक्रोशित मजदूरो ने रेंजर को बनाया बंधक… पढ़े पूरी खबर

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छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में साल भर से मजदूरी का भुगतान नहीं होने से नाराज ग्रामीणों ने रेंजर को बंधक बना लिया 5 घंटे तक बंधक रहे रेंजर ने जब लिखित में मजदूरी भुगतान करने का आश्वासन दिया।
तब जाकर आक्रोशित ग्रामीणों ने उन्हें रिहा किया दरअसल वन विभाग के रतनपुर रेंज में वाटर ऑब्जर्वेशन प्लांट के तहत 800 मजदूरों से 1 साल तक काम कराया गया वाटर ऑब्जर्वेशन प्लांट के तहत बारिश का पानी रोकने के लिए जंगल और आसपास गड्ढे कराए गए थे तलाब नुमा इन छोटे-छोटे गड्ढों में बारिश का पानी इकट्ठा हो जाए जिससे कि पानी की तलाश में वन्य प्राणी भटक कर गांव की ओर ना जाए इस पूरे काम के लिए छतौना गांव के 800 से ज्यादा ग्रामीणों ने काम किया वन विभाग द्वारा यह काम कराए 1 साल का समय भी बीत गया लेकिन उन्हें मंजूरी नहीं दी गई।

ग्रामीण अपने पैसों के भुगतान के लिए लगातार अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काटते रहे लेकिन अधिकारियों ने की लापरवाही यों की वजह से उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं निकल रहा है रतनपुर वन क्षेत्र के रेंजर सुमित साहू सोमवार शाम जैसे ही गांव पहुंचे खबर लगते हैं ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया मजदूरी के भुगतान की मांग पर अड़े हुए ग्रामीणों ने जमकर हंगामा मचाया रेंजर उन्हें भुगतान का आश्वासन देते रहे लेकिन वे नहीं माने रेंजर ने बताया कि उन्हें भुगतान की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया है वह गांव इसलिए ही आए हैं की जानकारी जुटा सके शाम 4:00 बजे से आए रेंजर रात 9:00 तक ग्रामीणों के बीच रहे आखिरकार जब रेंजर ने मजदूरी भुगतान का लिखित आश्वासन दिया तब जाकर ग्रामीण शांत हुए और उन्हें वापस जाने दिया।