- दिल्ली-मुंबई में छिपे हैं दुबई से लौटे सटोरिए
- आनलाइन गेमिंग महादेव बुक एप का जाल प्रदेश के लगभग 12 जिलों में फैला
- पुलिस ने 80 सट्टेबाजों की सूची बनाई
- रायपुर, दुर्ग, भिलाई, रायगढ़, बिलासपुर, अंबिकापुर समेत अन्य शहरों के लोग शामिल
रायपुर।
आनलाइन गेमिंग महादेव बुक एप का जाल प्रदेश के लगभग 12 जिलों में फैल चुका है। पुलिस ने 80 सट्टेबाजों की सूची बनाई है, जिनमें रायपुर, दुर्ग, भिलाई, रायगढ़, बिलासपुर, अंबिकापुर समेत अन्य शहरों के लोग शामिल है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इन सभी के नाम, पते मिल चुके हैं। उनके यहां लौटने का इंतजार किया जा रहा है। इन पर नजर रखने के लिए माना विमानतल में सादे कपड़ों में जवान तैनात किए गए हैं। पुलिस अफसरों का दावा है कि दुबई से लौटे सट्टेबाज गिरफ्तारी के डर से मुंबई, दिल्ली में होटलों, रिश्तेदारों, दोस्तों के घर पर छिपे हुए हैं। पुलिस की जांच में मुख्य सरगना सौरभ चंद्राकर के पाकिस्तानियों से तार जुड़े निकले हैं।
गिरफ्तार सटोरियों से पूछताछ से पता चला है कि सौरभ और रवि उप्पल ने दुबई पहुंचने के बाद दो पाकिस्तानियों से संपर्क किया। दोनों को बिजनेस पार्टनर बनाकर आनलाइन सट्टे के कारोबार में करोड़ों रुपये निवेश कराए। सट्टे के गेम प्लान में पहले ही सौरभ और रवि ने दुबई के एक शेख को जोड़ रखा था। फिर हैदराबाद के रेड्डी अन्नाा एप के संचालक से मिलकर इस अवैध कारोबार की ट्रेनिंग ली। इन निवेशकों के साथ रायपुर और भिलाई के करीब आठ सराफा, कपड़ा कारोबारी समेत बिल्डर और सफेदपोश भी सट्टेबाजी के खेल में शामिल हैं।
दुबई से फैला देशभर में नेटवर्क
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दुबई (यूएई) से आनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी का खेल पूरे देशभर में आपरेट हो रहा है। भारत में पुणे, विशाखापट्टनम, बेंगलुरू, हैदराबाद, चेन्नाई, मुंबई, नागपुर में ब्रांच स्थापित की गई है। ब्रांच की वेबसाइट के माध्यम से सट्टेबाजों को आनलाइन सट्टा खिलाने के लिए 10 से 15 लाख रुपये में आइडी उपलब्ध कराकर कारोबार संचालित किया जा रहा है।
रोड सेफ्टी मैच में भी गेप प्लान
प्रदेश में महादेव एप का काम देखने वाले सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल के बारे में भी पुलिस को जानकारी मिली है कि उसने रायपुर में 27 सितंबर से शुरू होने जा रहे रोड सेफ्टी मैच के लिए तगड़ी तैयारी कर रखी है। इसके लिए दूसरे राज्य और शहरों के सटोरियों को बुलाया गया है। उन्हें किराये के मकान, होटल-लाज में ठहराया भी गया है। डेढ़ साल पहले दोनों का नाम भी क्रिकेट सट्टे में सामने आ चुका है, लेकिन अब तक इनकी न तो गिरफ्तारी हुई और न ही पुलिस ने नेटवर्क खंगालने की कोशिश की है।
गुर्गे पकड़ाए, संचालक नहीं
पुलिस ने कई गुर्गो को पकड़ा, लेकिन महादेव एप का संचालक सौरभ चंद्राकर अब तक नहीं पकड़ा जा सका। रवि उप्पल, राज गुप्ता, कपिल चेलानी, चेतन चेलानी, गोरे काले और सतनाम की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। अब पुलिस ने सभी के नाम पर लुकआउट नोटिस जारी करने की तैयारी की है।
300 से अधिक बैंक खाते से लेनदेन
एंटी क्राइम एवं साइबर यूनिट के एएसपी अभिषेक माहेश्वरी ने कहा, आनलाइन सट्टे के खेल से जुड़े गिरफ्तार सटोरियों के 300 से अधिक बैक खाते मिले हैं। इनमें से अधिकांश खाते झारखंड, उत्तर प्रदेश के हैं। सभी खातों की जांच के बाद ही साफ होगा कि कितनी राशि का ट्रांजेक्शन हुआ है। मास्टर माइंड सौरभ चंद्राकर समेत अन्य के बारे में कई अहम जानकारी मिली है, उसके आधार पर कार्रवाई कर रहे हैं।