भ्रष्टाचार पर कटाक्ष,डीएफओ समा फारुकी, कार्य,कर्तव्य,निष्ठा,ठेकेदारों की इनके सामने नहीं चलती कोई रिश्वतखोरी

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कोरबा: जिले अंतर्गत कटघोरा वनमंडल यू तो नित नये कारनामो को लेकर सुर्खियों में बना रहता था लेकिन इस वनमंडल में ऐसे आईएफएस अधिकारी आए थे जिनकी कार्य शैली काबिले तारीफ थी । जी हाँ, हम बात कर रहे हैं कटघोरा वनमंडल के तात्कालीन डीएफओ समा फारूकी की जिनके द्वारा अपने कर्तब्यों का निर्वहन बखूबी निर्भय होकर किया गया था जिसकी वजह से आज तक वन मंडल में इनके फैसलों की तारीफ की जाती है । बता दे की इनके दबंग हौसलों की वजह से भ्रष्टाचार में लिप्त नतमस्तक थे । तात्कालिन डीएफओ समा फारूकी के कटघोरा प्रभार ग्रहण करते ही वनमंडल लगातार विकाश के नित नए आयाम स्थापित कर रहा था। जिनके कटघोरा वन मंडल से अन्यंत्र ट्रांसफर होने की वजह से वन मंडल के सभी विकाश कार्य रुक गए है । गौरतलब है की पूर्व डीएफओ समा फारूकी के ऊपर भी कई बार तथ्यहीन आरोप लगाए गए थे परंतु सूत्र बताते हैं कि फारूकी की कार्यशैली दोषी नही है।

बल्कि इनकी कार्यशैली तो काबिले तारीफ है जिन्होंने वनमंडल के कार्यो का जीरो ग्राउंड से जायजा किया है।इस दौरान जितने भी निर्माणकार्य गुणवत्तापूर्ण पाए गए हैं उनका सहर्ष भुगतान भी किया गया था । जितने कार्य आधे अधूरे रहे उन्हें पूरा करने के निर्देश दिए गए थे और जो कार्य मानक अनुरूप रहे उनका भुगतान नही हो सकता बताया गया था। सूत्र बताते हैं कि यह इन पर लगे सभी आरोप पूर्व के डीएफओ व वनपरिक्षेत्राधिकारियो की देन है जिन्होंने विभागीय कार्यो को ठेकेदारों की बदौलत करवाया है।

ज्यादा कमाई के फेर में निर्माणकार्यो में गुणवत्ता की धज्जियां उड़ा दी गई थी और निर्माणकार्य बनते बनते ही ध्वस्त होने लगे।अब ऐसे में तात्कालिन डीएफओ समा फारूकी ने इन निर्माणकार्यो का भुगतान करना सही नही समझा था और भुगतान रोक दिया गया था। तात्कालिन डीएफओ शमा फारूकी ने स्वयं ग्राउंड में जाकर सभी निर्माणकार्यो का निरीक्षण किया है और जांच टीम गठित कर जांच करवाई गई है।जिसमें जो कार्य गुणवत्ता के दायरे में रहे उनका भुगतान किया गया था । व जो भी कार्य गुणवत्ताविहीन पाए गए हैं उनका भुगतान नहीं किया गया था।

भुगतान नही होने से ठेकेदारों में नाराजगी जैसे हालात बने हुए थे।अब भला एक जिम्मेदार अधिकारी कैसे इन मानक अनुरूप बने निर्माणकार्यो का भुगतान करें? भुगतान नही होने से कई तरह के आरोप लगा कर डीएफओ को अनुभवविहीन बताने में कोई कसर नही छोड़ी गई थी । कटघोरा वनमंडल के अंतर्गत रेंजों में कई महीनों से मजदूरी भुगतान नही होना बताया जा है जबकि ग्राउंड रिपोर्ट ये था की वनमंडल के सभी रेंजों में मजदूरी भुगतान का शिलशिला डीएफओ समा फारूकी के कार्यकाल में लगातार जारी था ।

कटघोरा वनमंडल में गुणवत्ताविहीन निर्माणकार्यो का भुगतान लटक जाने से ठेकेदारों की बोखलाहट है जो डीएफओ फारूकी को अनगर्ल आरोपो में फंसा कर इनकी कार्यशैली धूमिल करने में लगे थे